ख़यालात... चंद ग़ज़लेंग़ज़ल अरबी साहित्य की प्रसिद्ध काव्य विधा है जो बाद में फ़ारसी, उर्दू, नेपाली और हिंदी साहित्य में भी बेहद लोकप्रिय हुई। इसमें एक ही बहर और वज़न के अनुसार लिखे गए शेरों का समूह होता है, और इस जटिल काव्य शैली की अपनी कई रिवायात, बंदिशें और ज़रूरियात होती हैं ।
“ख़यालात” मोहनजीत कुकरेजा की कलम से निकली ५१ बेहतरीन ग़ज़लों का एक छोटा सा दीवान है, ज़िन्दगी के मुख़्तलिफ़ पहलुओं पर कही जिसकी ख़ूबसूरत ग़ज़लें बेशक आपके दिल को छू लेंगीं…
https://www.amazon.com/dp/B0813PF372/ref=cm_sw_em_r_mt_dp_U_dTtnEbTMY6QFY